
Putin’s India Visit : रूस–भारत संबंध : पुतिन की यात्रा और बढ़ते वैश्विक तनाव
Recently खबर आ रही है की रूस के President Vladimir Putin जल्द ही भारत की यात्रा करेंगे। यह यात्रा Russia-Ukraine War के बाद उनकी First India Visit होगी। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने मंगलवार को इस यात्रा की घोषणा करते हुए बताया कि तारीखों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अगर यह यात्रा होती है, तो यह तीन साल बाद पुतिन की भारत यात्रा होगी।
पुतिन ने आखिरी बार दिसंबर 2021 में भारत का दौरा किया था, जब उन्होंने नई दिल्ली में 21वें भारत–रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी।
Modi-Putin diplomacy 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन इस साल पहले ही दो बार मुलाकात कर चुके हैं।
- ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (Eastern Economic Forum): इस बैठक में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
- 16वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (BRICS Summit): कज़ान में आयोजित इस सम्मेलन में, मोदी ने औपचारिक रूप से पुतिन को भारत आने का निमंत्रण दिया।
रूसी प्रवक्ता पेस्कोव ने पुष्टि की कि दोनों देशों के नेताओं के बीच यह तीसरा बड़ा द्विपक्षीय संवाद होगा।
भारत–रूस: India-Russia strategic partnership
आपको बता दे की भारत और रूस के बीच संबंध लंबे समय से बेहद खास और रणनीतिक रहे हैं। शीत युद्ध के समय से दोनों देशों ने मजबूत साझेदारी बनाई है।
- रक्षा क्षेत्र: रूस भारत का सबसे बड़ा रक्षा आपूर्तिकर्ता है। भारतीय सेना में उपयोग होने वाले अधिकांश उपकरण रूस से आते हैं।
- ऊर्जा सहयोग: रूस भारत के लिए ऊर्जा आपूर्ति का एक प्रमुख स्रोत है, जिसमें तेल और गैस की आपूर्ति शामिल है।
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- व्यापार: दोनों देश व्यापार में विविधीकरण के लिए काम कर रहे हैं, जिसमें फार्मा, कृषि और तकनीक जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
Russia-Ukraine war और भारत की कूटनीति
यूक्रेन में जारी युद्ध के बावजूद भारत और रूस ने अपने संबंधों को मजबूत बनाए रखा है। भारत ने इस संघर्ष में संतुलित दृष्टिकोण अपनाते हुए न तो रूस की आलोचना की और न ही किसी पक्ष का खुला समर्थन किया।
- भारत ने बार–बार संवाद और शांति प्रयासों का समर्थन किया है।
- यूक्रेन में परमाणु युद्ध जैसी स्थिति पर भारत ने अपने रुख को स्पष्ट किया है कि ऐसे किसी भी कदम से वैश्विक शांति और सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है।
रूस–यूक्रेन संघर्ष के संदर्भ में, पुतिन की भारत यात्रा का उद्देश्य वैश्विक चुनौतियों पर भारत के साथ संवाद करना और क्षेत्रीय स्थिरता पर चर्चा करना है।
संभावित चर्चाएं:
1. परमाणु युद्ध की आशंका Nuclear war discussion
आपको बता दे की यूक्रेन संघर्ष के दौरान परमाणु हथियारों के उपयोग की अटकलों ने अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ाई है।
- खबर आ रही है की पुतिन की भारत यात्रा के दौरान, उम्मीद है कि इस संवेदनशील विषय पर भी चर्चा होगी।
- भारत हमेशा से परमाणु हथियारों के उपयोग का विरोध करता रहा है और वैश्विक परमाणु निरस्त्रीकरण का समर्थक रहा है।
2. दक्षिण एशियाई सुरक्षा
रूस और भारत के बीच दक्षिण एशियाई स्थिरता और सुरक्षा को लेकर भी विचार–विमर्श होने की संभावना है।
3. अंतरराष्ट्रीय सहयोग
- ऊर्जा संकट से लेकर वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की बाधाओं तक, कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
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- साथ ही, रूस–भारत सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए रणनीतियां तैयार की जाएंगी।
पुतिन की यात्रा का महत्व :Vladimir Putin India visit 2024
राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा को सिर्फ औपचारिक मुलाकात नहीं माना जा सकता।
- यह यात्रा India-Russia Relations को फिर से मजबूत करने और बदलते वैश्विक परिदृश्य में अपनी साझेदारी को फिर से परिभाषित करने का अवसर होगी।
- यह दोनों देशों के लिए कूटनीतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
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