
India’s Electronics Export: A Remarkable Advancement
India’s electronics export has witnessed a remarkable advancement in recent years. The country’s consistent efforts to promote its electronics industry coupled with a conducive business environment have contributed to its impressive growth in this sector. With cutting-edge technology, competitive pricing, and high-quality products, India has emerged as a key player in the global electronics market.
India’s Electronics Export : ऐतिहासिक उन्नति
Recently भारत के Electronics Export ने 2024-25 के पहले सात महीनों (अप्रैल से अक्टूबर) में $19.1 बिलियन का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है। यह पिछले Financial Year के समान अवधि के $15.4 बिलियन के आंकड़े की तुलना में 24% की वृद्धि है। अक्टूबर 2024 के अंत तक यह उपलब्धि भारत सरकार द्वारा जारी किए गए नवीनतम आंकड़ों से सामने आई है।
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Smartphone PLI योजना: वृद्धि का बड़ा कारण
इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में इस शानदार वृद्धि का श्रेय Smartphone Production-linked incentive scheme India
को दिया जा सकता है। इस योजना ने न केवल Domestic Production को बढ़ावा दिया है बल्कि भारत के निर्यात को वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धी बनाया है।
अक्टूबर 2024: एक महीने में $3.4 बिलियन निर्यात
साथ ही साथ अक्टूबर 2024 में इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात $3.4 बिलियन तक पहुंच गया, जो अक्टूबर 2023 के $2.4 बिलियन की तुलना में 45% की वृद्धि है। यह न केवल मासिक प्रदर्शन में बल्कि संचयी वृद्धि में भी भारत के लिए एक बड़ी सफलता है।
स्मार्टफोन निर्यात का योगदान
साथ ही साथ इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में सबसे बड़ा योगदान Smartphone Export का है, जो कुल निर्यात का 55% है। इस क्षेत्र में Apple का योगदान महत्वपूर्ण रहा है। iPhone निर्यात ने अकेले स्मार्टफोन निर्यात का 66% और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात का 37% हिस्सा बनाया।
निर्यात रैंकिंग में बड़ा बदलाव
पिछले वर्ष के अंत तक, इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात भारत के शीर्ष 10 निर्यातों में छठे स्थान पर था, जबकि इस वर्ष यह तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। अब यह इंजीनियरिंग उत्पादों और पेट्रोलियम उत्पादों के बाद तीसरा सबसे बड़ा निर्यात क्षेत्र बन गया है।
पेट्रोलियम निर्यात के साथ अंतर कम हो रहा है
इसके साथ ही 2023-24 में, इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात पेट्रोलियम निर्यात ($47 बिलियन) के मुकाबले एक–तिहाई से भी कम था। लेकिन 2024-25 में, यह अंतर तेजी से घटा है। इस साल के पहले सात महीनों में, पेट्रोलियम निर्यात $40.9 बिलियन रहा, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात $19.1 बिलियन तक पहुंच चुका है।
इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात: भारत की सबसे तेज़ी से बढ़ती श्रेणी
वाणिज्य विभाग के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक्स न केवल भारत के शीर्ष पांच निर्यातों में शामिल हो गया है, बल्कि सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला निर्यात क्षेत्र भी बन गया है।
भारत के लिए क्या है आगे का रास्ता?
इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में इस ऐतिहासिक वृद्धि ने भारत के “Make In India” और “आत्मनिर्भर भारत“ अभियानों को मजबूत किया है। उत्पादन–लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजनाएं, विशेषकर स्मार्टफोन क्षेत्र में, अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स श्रेणियों को भी निर्यात में आगे बढ़ाने का संकेत देती हैं। अगर यह रफ्तार बरकरार रहती है, तो भारत इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में वैश्विक नेता बनने की ओर बढ़ सकता है।